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7 माह बाद भी पकड़े गए पोषाहार कालाबाजारी पर आखिर कब होंगी कार्यवाही?

गुरसरांय थाने में जब्त रखा है बाल विकास बामौर का पोषाहार

गुरसरांय, झाँसी। सरकार द्वारा गरीबों के लिए चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं को विभाग के ही अधिकारी आम जन तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने में भारी भ्रष्टाचार के चलते बाधक बने हुए हैं। प्राप्त विवरण के मुताबिक बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा बच्चों को पोषाहार आँगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में नि:शुल्क आँगनबाड़ी के माध्यम से वितरित किया जाता है लेकिन झाँसी जिले के विकासखण्ड बामौर की ग्राम पंचायत अस्ता की आँगनबाड़ी द्वारा बाल विकास परियोजना कार्यालय बामौर द्वारा बाल पोषाहार 22 दिसंबर 2023 को बाल पोषाहार उठाकर गाँव में बच्चों व गर्भवती महिलाओं को पोषाहार वितरित न कर गुरसरांय में कालाबाजारी करने के लिए ई रिक्शा से 22 दिसंबर 2023 को तीन बोरियां बेचने के लिए जा रही थी

जिसकी सूचना ग्राम अस्ता के बाशिंदा हरिशंकर पुत्र नारायनदास ने मुख्यमंत्री पोर्टल 1076 पर इसकी शिकायत की थी, जिस पर गुरसरांय पुलिस द्वारा ई रिक्शा को बोरियों सहित उक्त पोष्टीक आहार बिकते समय रास्ते मे ग्राम मडो़री में कई बोरियां बरामद की गई थी।और खरीददार के साथ पुलिस ई रिक्शा को थाने ले गई थी उस समय यह मामला वीडियों के साथ-साथ अखबारों में यह मामला प्रमुखता से प्रकाशित व प्रसारण हुआ था और बाल पोषाहार विभाग के बाल विकास परियोजना अधिकारी बामौर द्वारा उक्त बोरियां गुरसरांय पुलिस के सुपुर्द कर दी गई थी

दूसरी तरफ जिला मुख्य विकास अधिकारी झांसी द्वारा इस सम्बन्ध में एक कमेटी गठित करके जल्द रिपोर्ट सौपकर इस संबंध में प्रभावी कार्यवाही के आदेश दिए थे लेकिन उक्त मामला लगभग 7 माह से अधिक समय होने के बाद भी इस सम्बन्ध में जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास एवं पोषाहार विभाग झाँसी से लेकर बिकासखण्ड बामौर के बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है इससे स्पष्ट हो रहा है कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी का भ्रष्टाचार के विरुद्ध झांसी जिले में उनके ही अधिकारी पलीता लगा रहे हैं उधर ग्राम अस्ता के जागरूक नागरिक हरिशंकर द्वारा 18 जून 2024 को मुख्यमंत्री को पुनाः ज्ञापन पत्र भेजकर बताया है की सीडीपीओं बामौर द्वारा पकड़े गए पोषाहार का सैंपल गुरसरांय थाने से लिया गया था

इसकी पुष्टि सूचना अधिकार के तहत हरिशंकर द्वारा मांगी गई जानकारी मे थानाध्यक्ष गुरसरांय ने पुष्टि की है और इस संबंध में 7 माह से भी अधिक समय होने के बाद विभाग के आलाअधिकारियों को सारी जानकारियां उक्त बामौर ब्लॉक के बाल पोषाहार विभाग द्वारा की जा रही गंभीर अनियमितताएं होने के बाद भी उक्त मामला पूरी तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया है जिसके चलते बाल विकास परियोजना बिभाग के आलाअधिकारियों द्वारा कार्यबाही न करना स्पष्ट रूप से संकेत दे रहा है की इस विभाग मे इतनी गंभीर अनियमितताएं उजागर होने के बाद भी दोषी लोगो के विरुद्ध कार्यवाही न होना जनता के बीच शासन की छवि खराब हो रही है तो दूसरी ओर राज्य व केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का सिर्फ और सिर्फ बंदरबाँट हो रहा है इस सम्बन्ध में ग्राम अस्ता के हरिशंकर समेत क्षेत्र के लोगो ने जिला प्रशासन से लेकर उत्तर प्रदेश शासन के आला अधिकारियों से जल्द कार्यवाही की मांग की है।

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